Essay on Friendship in Hindi For Students

essay on friendship in hindi

essay on friendship in hindi – दोस्ती या मित्रता पर हिंदी निबंध

आज के इस लेख के माध्यम से हम सीखेंगे दोस्ती पर हिंदी निबंध | इसमें आप की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए लघु ,मध्यम और दीर्घ ( short, medium and long essy )मित्रता पर हिंदी निबंध 2021  प्रस्तुत करने जा रहे हैं | आशा करते हैं आपको यह निबंध पसंद आएगा तो चलिए चलते हैं बिना समय गवाएं निबंध की ओर-

दोस्ती या मित्रता पर हिंदी निबंध – 2021

निबंध 1 ( 200 शब्दों में  –

दोस्त सं सार के अनमोल रत्नों में से एक होता है और दोस्ती एक ऐसा रिश्ता होता है जिसे पाकर हम धन्य हो जाते हैं | आज संसार में कई किस्से हैं जो दोस्ती के लिए जाने जाते हैं | सौभाग्य से हमें अगर सच्ची दोस्ती प्राप्त हो जाती है तो वाकई में हमारा जीवन धन्य हो जाता है |  दोस्ती का रिश्ता जन्मजात नहीं होता है इस दुनिया में हमें बनाना होता है |

दुनिया में सभी लोग लगभग दोस्ती करते हैं पर उसे निभाने की क्षमता सभी में नहीं होती है | एक सच्ची दोस्ती के लिए हम रंगरूप ,जात – धर्म ,नाम ,काम आदि नहीं देखते हैं बस दोस्ती को निभाने के लिए प्यार और त्याग को देखते हैं | दोस्ती किसी के भी साथ हो सकती है | दोस्ती एक इंसान का दूसरे इंसान के साथ मात्र तक सिमित नहीं है बल्कि यह एक इंसान का जानवर के साथ भी हो सकता है | 

बेजुबान जानवर भी दोस्ती निभाना खूब जानते हैं |  उदाहरण के तौर पर एक कुत्ते को ही ले लीजिएकिसी इंसान के साथ उनकी दोस्ती  हो जाती है तो दोस्ती को निभाने के लिए कुत्ते अपनी जान का भी त्याग कर देते हैं|

निबंध 2 ( 400 शब्दों में ) –

प्रस्तावना –

दोस्ती निस्वार्थ भावना का नाम है जिसे निभाए  रखने के लिए लोग अपनी भावनाओं का भी त्याग कर देते हैं | दोस्ती का रिश्ता भगवान के द्वारा दिया गया एक अनमोल तोहफे से कम नहीं होता | एक सच्चे दोस्त और उनकी दोस्ती आपके जीवन में समृद्ध और खुशहाली का कारण बनती है |

essay on friendship in hindi

essay on friendship in hindi – दोस्ती या मित्रता पर हिंदी निबंध

 

जब एक इंसान किसी परेशानी में पहुंच जाता है तो दोस्ती और उनका दोस्त उनके लिए है परेशानी से निकालने के लिए उनका बहुत बड़ा मार्गदर्शक और सहायक होता है |  दोस्ती के इस पवित्र रिश्ते को हमें कभी शर्मशार नहीं करना चाहिए|

मित्रता एक अनमोल रत्न –

मित्रता हमारा पथ प्रदर्शक है| मित्रता हमारा सौभाग्य है | मित्रता हमे समस्याओं से लड़ने का साहस प्रदान करता है | मित्रता जीवन का लक्ष्य भी बन जाता है|  सच्ची मित्रता भगवान से कम नहीं होता | एक सच्चा मित्र अपनी मित्रता को निभाते हुए अपनी जान भी कुर्बान कर देता है|  इतिहास गवाह है कि एक मित्र अपने मित्र की रक्षा के लिए अपनी जान की भी आहुति दिया था | 

हमें मुश्किलों से बाहर निकालने का एक जरिया भी बन जाता है है ये – मित्रता | सच्ची मित्रता की प्राप्ति हमें अंदर से गौरवान्वित महसूस कराता है | सच्ची मित्रता को प्राप्त करना एक बड़े सौभाग्य से कम नहीं होता है | मित्रता एक संसार से कम नहीं होता ,इसमें हम अपने सभी खुशियों को देख पाते हैं |

सच्ची मित्रता में एक दोस्त खुद कमजोर बनकर दूसरे दोस्त को ताकतवर बनाता है|  जिस रिश्ते में इतनी सच्चाई और इतनी ज्यादा शक्ति हो ,जो हमें सभी मुसीबतों से लड़ने की प्रेरणा देती है  वो सच्ची मित्रता भगवान् को  प्राप्त करने जैसा ही है | मित्रता अगर ऐसा होता है तो वाकई मित्रता सच में एक अनमोल से  भी बड़ा होता है ,एक अनमोल रत्न इसके सामने कोई अस्तित्व नहीं रखता |

निष्कर्ष –

जहां हमारे नीरस जीवन में मित्रता रंग डालने का काम करती है , जहां हमारा यह मार्गदर्शन करती है | हमें हमारी समस्या में मदद करने का काम करती है अगर वही मित्रता किसी कारण से दुश्मनी में बदल जाए या आपस में मतभेद का सामना करना पड़ जाए तो यही मित्रता एक  दूसरे के लिए सबसे बड़ा खतरा बन जाता है |

essay on friendship in hindi – दोस्ती या मित्रता पर हिंदी निबंध

दुनिया में अनेक किस्से प्रचलित है एक दोस्त की बर्बादी का कारण उनका अपना ही दोस्त का हाथ था |  अगर सबसे ज्यादा खतरा किसी का होता है तो वह आपका दोस्त से बना दुश्मन का ही होता है |

निबंध 3 ( 600 शब्दों में )-

प्रस्तावना –

मित्रता  दुनिया के अनमोल रिश्तो में गिना माना जाता है|  इस दुनिया में दोस्ती के कई दास्तान सुनने और देखने को मिलते हैं | दोस्ती के कारण एक दोस्त दूसरे दोस्त के लिए सात समंदर पार भी मिलने चला आता है | मित्रता जैसी अनमोल प्राकृतिक भावना के कारण अमीर दोस्त दूसरे गरीब दोस्त को धनवान बना देता है |

सच्ची मित्रता हासिल हो जाए तो जीवन धन्य हो जाता है|  जीवन में हम सभी के दोस्त होने चाहिए क्योंकि आपके परिवार के अलावा आपका दोस्त ही होता है जो आपके सुख और दुख में साथ देता है ,जिसे आप अपने मन की बात को साझा कर सकते हैं| दोस्ती का रिश्ता भी बहुत खूब होता है इसमें एक दोस्त अपने दिल की सारी बात एक दूसरे दोस्त के साथ साझा करता है और फिर उन्हें उनकी मुसीबतों में अनेक रास्ते नजर आने लगते हैं |

अगर कोई इंसान परिवार वालों के साथ अपनी बात  साझा करने में शर्मिंदगी का सामना करते हैं तो एक मित्र के द्वारा अपनी बातें परिवार वालों तक साझा कर पाने में सफल हो जाते हैं |

मित्रता के लाभ –

हमें जीवन में मित्रता बढ़ाने से कई सारे लाभ प्राप्त होते हैं|  अगर आपकी मित्रता एक गरीब किसान से भी हो जाती है  तो वह आपको उनकी क्षमता के आधार पर वे ताजे जैविक फल की प्राप्ति कर देते है जिसके लिए शायद आप ज्यादह धन खर्च करने पर मजबूर हो जाये |  मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है और इस के नाते उन्हें समाज में सभी के साथ मित्रता भरा व्यवहार करना चाहिए |

essay on friendship in hindi – दोस्ती या मित्रता पर हिंदी निबंध

जब हम इंसान पर कोई समस्या आती है तो हमारे मित्रगण हमारे सहभागी  ही बन जाते हैं और हमारी सहायता करने को तैयार हो जाते हैं | अगर किसी से सच्ची मित्रता हो जाती है तो वह आपके लिए स्वर्ग से कम नहीं होता बल्कि आपके लिए एक संसार की तरह हो जाता है |

छोटी से छोटी मुसीबतों में हम अपने दोस्त को याद करते हैं और फिर  जिसका हम हल निकाल पाने में अक्षम होते हैं वह हमारे मित्रता के कारण सरल हो जाता है |

निष्कर्ष –

दोस्ती  भगवान का एक अनमोल तोहफा होता है जिसे हमारी भावनाओं से कभी आहत नहीं करना चाहिए | हमें हमारे व्यवहार ऐसे बनाने चाहिए कि जिससे दोस्ती को ठेस नहीं पहुंचे|  दोस्ती के रिश्ते को हमें हमेशा मजबूत बनाने चाहिए क्योंकि जिस कार्य  को हम करने में अक्षम होते हैं वही कार्य  हमें दोस्तों के द्वारा करना सरल हो जाता है|

  सच्ची दोस्ती में समुद्र की भांति प्यार छिपा हुआ होता है | सच्ची दोस्ती निभाने से हम उन चीजों की प्राप्ति भी कर सकती है जो हमें सपनों में भी नहीं मिल पाता | विभिन्न दोस्तों में विभिन्न कलाएं और गुणवत्ता मौजूद होती है और जिनका हम सभी दोस्तों को लाभ पहुंचता है | एक दूसरे की गुणवत्ता और कलाओं के कारण हम एक दूसरे से लाभ प्राप्त करते हैं |

essay on friendship in hindi – दोस्ती या मित्रता पर हिंदी निबंध

दोस्ती का रिश्ता एक ऐसा एहसास होता है जब हम एक देश से दूसरे देश की वस्तु प्राप्त करना चाहते हैं तो हमें अपने दोस्त के द्वारा सरलता से प्राप्त हो जाता है|  दोस्तों के साथ हमें उन चीजों की भी अनुभूति हो जाती है जिसे हम सरलता और आसानी से प्राप्त नहीं कर सकते| दोस्ती को हमेशा बरकरार रखना चाहिए और इनकी शक्ति को प्राप्त कर जीवन में कामयाबी हासिल करना चाहिए|

इन्हे सकारात्मक दृष्टिकोण से प्रयोग में लाना चाहिए | आज ऐसे कई किस्से मौजूद है तो सिर्फ मित्रता के कारण आज बहुत ज़यादह सफल हुए है क्योंकि वे एक दूसरे के लिए शक्ति बनकर दुनिया की सामने प्रकट हुए |

निबंध 4 ( 1000 शब्दों में ) –

प्रस्तावना –

जीवन तो चलता ही रहता परंतु कभी-कभी हमारा जीवन उबाऊ और नीरस लगने लगता क्योंकि हमारे पास  दोस्त नहीं होते | जिसके पास दोस्त है या उनकी दोस्ती उनके जीवन में नीरसता औरउबावपन  नहीं आता है | जीवन रंगीन है परंतु इसे दोस्तों के द्वारा और ज्यादा रंगीन बना दिया जाता है |

हमें मित्रता करनी चाहिए सच्ची  भावनाओं और सच्चे लोगों के साथ| जो हमारा मार्गदर्शन सही दिशा में करें | दोस्ती एक खूबसूरत रिश्ता होता है जिसे हम सभी को खूबसूरती के साथ निभाना चाहिए | सच्ची दोस्ती हमारा शिक्षक और मार्गदर्शक होता है|

मित्र की आवश्यकता –

हम सभी जीवन में खुश रहना चाहते है एक मनुष्य को खुश रहने के लिए उनके पास संसाधन मौजूद तो है परन्तु उन्हें वास्तविक खुशी एक सच्चे दोस्त से ही प्राप्त होती है |  हमें जीवन को आनंदमय ढंग से जीना चाहिए|  समस्या तो हमारे जीवन का हिस्सा है इन्हे हम नकार नहीं सकते लेकिन इनसे आंख में आंख मिलाकर सामना कर सकते है |

जीवन में अगर एक सच्चा दोस्त का साथ मिल जाए तो हम बड़ी से बड़ी संकटो  से लड़ पाने में सक्षम हो जाते हैं | हमारे मन में जो भावनाएं हैं ,जो विचार हैं उन्हें बयां करने के लिए एक दोस्त की आवश्यकता होती है| 

essay on friendship in hindi – दोस्ती या मित्रता पर हिंदी निबंध

दुनिया की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी -एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स अपने जीवन का जब अंतिम समय गिन रहे थे उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दुनिया को संदेश दिया  – ”  पैसे आपके जीवन का लक्ष्य नहीं हो सकता आपको अपने जीवन में उन कार्यों को ध्यान देना चाहिए जिनसे आपको खुशी मिलती हो ,जिनसे  आप दूसरों की मदद कर सके ,जिसके लिए आप एक पल के लिए भी खुशी का कारण बन सके अर्थात इस बात से आशय यह है कि दोस्ती एक अनमोल तोहफा होता है जिसमें इन सारी  सारी खूबियां देखने को मिलती है|  हमें दोस्त जरूर जरूर बनाने चाहिए क्योंकि दोस्ती के बिना हमारा जीवन सिर्फनीरस की बिना और कुछ नहीं हो सकता|

“फ्रेंडशिप डे ” की शुरुआत –

फ्रेंडशिप डे प्रथा की शुरुआत सर्वप्रथम 1935 में अमेरिका से प्रारंभ की हुयी थी | इस प्रथा के पीछे का कारण यह है कि जब अमेरिकी सरकार एक  व्यक्ति को उनकी अपराध में संलिप्त पाए जाने के कारण सजा -ए -मौत की सजा सुनाई गई तो  उस समय उस मुजरिम के पास उनका एक सच्चा दोस्त भी था| 

अपराधी दोस्त की सजा -ए -मौत की सजा के बाद एक अजीबोगरीब घटना सामने आई | इस घटना के तहत अपराधी इंसान  के सच्चे दोस्त में उनकी मौत के पश्चात स्वयं  भी आत्म – हत्या कर मौत को गले लगा लिया था| इस घटना ने अमेरिकी सरकार को झकझोर कर रख दिया था | अमेरिकी सरकार ने इनकी  मित्रता को देखकर उस दिन को फ्रेंडशिप डे में मनाने का निर्णय लिया |

” फ्रेंडशिप डे ” का असल अर्थ –

दरअसल फ्रेंडशिप डे की शुरुआत अमेरिका से शुरू हुई थी | प्रत्येक वर्ष पूरी दुनिया में अगस्त के प्रथम सप्ताह में फ्रेंडशिप डे को मनाया जाता है | हमारी सच्ची मित्रता किसी एक दिन के मोहताज नहीं होती है |  फ्रेंडशिप डे के एक प्रथा के रूप में है जो पूरी दुनिया में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है | सच्ची मित्रता को मनाने के लिए किसी खास दिन की आवश्यकता नहीं पड़ती |

सच्ची मित्रता में तो हर एक दिन खास ही होता है| आज फ्रेंडशिप डे मना कर लोग अपनी दोस्ती का बनावट ढंग से इजहार करते हैं|  सच्ची मित्रता किसी के सामने प्रकट नहीं होती वह अंदर ही अंदर होती चली जाती है | जरूरी नहीं है कि फ्रेंडशिप डे के दौरान हमें सच्चे मित्र की तलाश पूरी हो जाएगी|  सच्चे मित्र प्राप्त करने के लिए हमें उनकी भावनाओं और विचारधाराओं को भलीभांति समझना होगा |

जीवन के विभिन्न पड़ाव की दोस्ती या मित्रता –

( क )  स्कूल की दोस्ती –

बचपन में स्कूल की पढ़ाई करने के दौरान कई सारे दोस्त बनते हैं|  हमारी उम्र छोटी होती है|  हम अपने दोस्तों के साथ कलम ,कॉपी आदि चीजें साझा करते हैं|  खेलने के लिए एक दूसरे का सहारा लेते हैं | स्कूल का होमवर्क बनाने के लिए एक दूसरे का मदद करते हैं|  हम साथ मिलकर शिक्षक से छड़ी भी खाते हैं | हम बचपन में एक दूसरे के घर भी जाते हैं|

(ख) कॉलेज की दोस्ती –

स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद हम कॉलेज की शिक्षा के लिए नामांकन करवाते है |  वहां हमें कई सारे दोस्त मिलते हैं| उस वक्त  हमारी उम्र 16 से 17 वर्ष की हो जाती है | हम कई मामलों में परिपक्व भी हो जाते हैं | उस वक्त स्कूल ,कॉलेज की छुट्टी के दौरान हम लोग कहीं घूमने भी जाते है |

( ग ) विभिन्न क्षेत्रों की मित्रता –

जब हमारे कॉलेज की पढ़ाई पूर्ण हो जाती है तब हम वहां से विभिन्न क्षेत्रों में बँट जाते हैं | मेरे सामने ऑफिस ,खेती ,बिजनेस ,व्यापार आदि जैसे मार्ग खुल जाते हैं और फिर सभी क्षेत्र में अपने अपने दोस्त भी बनते चले जाते हैं| 

उस वक्त की दोस्ती के दौरान हम लोगों की शायद शादी भी हो जाती है सभी दोस्तों के सर पर दोस्ती के अलावा परिवार की भी जिम्मेदारी आ जाती है|  हम सभी लोग अपने अपने परिवार के साथ एकजुट होते हैं और खुशियां बांटते हैं|

( घ ) वृद्धावस्था की मित्रता –

जीवन की यात्रा के दौरान हम ऐसे मोड़ पर चले जाते हैं|जहाँ हमें सभी कार्यों से छुटकारा पाकर वृद्धावस्था वाले जीवन का सामना करना होता है|  इस अवस्था में भी हमारे कई सारे मित्र बन जाते हैं जिनके साथ मिलकर हम अपनी दिनचर्या का लेखा – जोखा का एक दूसरे के साथ साझा करते हैं |

भारत में विख्यात मित्रता के कुछ किस्से –

भारत एक विशाल जनसमूह वाला देश माना जाता है | यहां विभिन्न संस्कृति और सभ्यता वाले लोग निवास करते हैं | यहाँ मित्रता से संबंधित कई ऐसी कहानी प्रचलित है जिसे पूरी दुनिया आश्चर्य के साथ देखती है |  उन्हीं किस्मों में से कुछ किस्से हम आपके साथ साझा करने जा रहे हैं जो निम्नलिखित है-

(क ) कृष्ण और सुदामा की मित्रता –

कृष्ण और सुदामा की मित्रता दुनिया के सामने एक मिसाल है | कृष्ण और सुदामा बचपन के सहपाठी थे | जहां सुदामा अपना संबंध ब्राह्मण परिवार से रखते थे वही कृष्ण का संबंध राजघराने से था | परन्तु दोनों के बीच की मित्रता अत्यधिक प्रगाढ़ हो गयी थी |  एक समय जब सुदामा कृष्ण के द्वार पहुंचते हैं और अपनी दुख लीला उनके सामने प्रकट करते हैंतो कृष्ण का मन बहुत ज्यादा दुखी होता है |

essay on friendship in hindi – दोस्ती या मित्रता पर हिंदी निबंध

सुदामा को उनकी आवश्यकता के अनुरूपनहीं मिलने पर सुदामा मन ही मन निराश होकर अपने घर की ओर चल पड़ता है | घर पहुंचतेही उन्हें आश्चर्य की अनुभूति होने लगती है | उनके घर पर एक बड़ा सा आलीशान महल खड़ा रहता है और उसमें कुछ नौकर चाकर इधर उधर का काम करते रहते है |

सुदामा को लगता है कि वह किसी अन्य के घर चला गया है तभी पीछे से उनकी पत्नी की आवाज आती है कि श्रीमान पधारिए अपने घर में|  दरअसल तब सुदामा को एहसास होता है की उनके मित्र ने उनके लिए कितनी त्याग दी है और मित्रता को गौरवान्वित कर दिया है |

( ख) अकबर और बीरबल की मित्रता –

भारत के महान मुग़ल सम्राट रहे अकबर बीरबल की कहानी अत्यंत ही सराहनीय है|  महान अकबर अपने बीरबल को एक अच्छा दोस्त और सलाहकार मानते थे |महान अकबर बादशाह बीरबल की काबिलियत और उनके गुणों के कायल थे ,वही बीरबल महान अकबर की नेक नियति और महानता के कायल थे

| बादशाह कभी भी बीरबल के अलावा नहीं रह सकते | किसी भी मामलात पर बीरबल कीसलाह को सर्वोपरि मानते थे तथा उनके सलाह का अनुसरण करते थे |

उपसंहार –

आज के इस आधुनिक युग में सच्ची मित्रता बहुत ही कम देखने को मिलती है | सच्चाई को छोड़कर बनावटी चीजों में यकीन करने लगे हैं|  जहां सच्ची मित्रता हमें जीवन को आनंदित बना देता है वही दूसरी ओर इसके नकारात्मक  परिणाम भी देखने को मिलते हैं | एक दोस्त के द्वारा दूसरे दोस्त को सरलता से नुक्सान कर दिया जाता है क्योंकि एक दूसरे की क्षमता को भली – भाँती समझते है |

मित्रता हमेशा सोच समझकर करनी चाहिए|  मित्रता हमेशा एक सच्चे इंसान और गुणवान इंसान के साथ ही करना चाहिए ,क्योंकि आपके जिंदगी में आपके दोस्तों का बहुत बड़ा योगदान होता है | बुरे दोस्त आपको बुरे मार्ग पर ले जाने की कोशिश करेंगे वही अच्छे दोस्त हमेशा अच्छाई का पाठ पढ़ाएंगे और अच्छे कर्म के लिए प्रेरित करते रहेंगे | 

इस  लेख् को प्यार देने के लिए आपका शुक्रिया !

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