Essay on India in Hindi For Students

 essay on india in hindi – भारत पर हिंदी निबंध   

आज के इस लेख के माध्यम से हम सीखेंगे भारत पर हिंदी निबंध 2021 जो कक्षा 2 , 3 , 4 , 5 , 6 ……..12 तक सभी विद्यार्थियों के लिए परीक्षा व ज्ञान की दृश्टिकोण से लाभप्रद और सहायक सिद्ध होने वाली है | आपकी आवश्यक्ताओं को ध्यान में रखते हुए हमने भारत पर हिंदी निबंध ( short , medium and long hindi essay ) प्रस्तुत किये है | उम्मीद है आपको यह निबंध पसंद आएगा तो चलिए चलते है निबंध की ओर – 

भारत पर हिंदी निबंध – 2021 

निबंध ( 100 शब्दों में ) – 

भारत एक कृषिप्रधान देश है | भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश है तथा क्षेत्रफल की  दृष्टि से दुनिया का सातवाँ सबसे बड़ा देश माना जाता है | भारत में विभिन्न धर्म के लोग निवास करते है | भारत एक विशाल देश है | भारत की आबादी लगभग 125 करोड़ से भी अधिक है |

भारत एक लोकतान्त्रिक देश है | जहाँ जनता के द्वारा शासन चलाया जाता है | भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य के रूप में भी जाना जाता है | यहाँ धर्म के आधार पर नहीं बल्कि कर्म के आधार पर वरीयता मिलती है | भारत का लोकतंत्र दुनिया का अनोखा लोकतंत्र माना जाता है | 

निबंध ( 200 शब्दों में ) – 

भारत एक लोकतान्त्रिक देश है | भारत के पश्चिम में पाकिस्तान , पूरब में बांग्लादेश , उत्तर – पूर्व में चीन ,नेपाल ,भूटान तथा दक्षिण में श्रीलंका स्थित है | भारत की राजकीय भाषा हिंदी है | भारतीय संविधानं के द्वारा 22 भाषाओ को मान्यता प्राप्त है |

भारत का राष्ट्रीय जानवर बाघ है | भारत में हिन्दू , मुस्लिम , ईसाई तथा सिख आदि धर्म के लोग निवास करते है | भारत विभिन्न सांप्रदायिक वाला देश माना जाता है | भारत में अधिकतर लोग गाँवो में निवास करते है | भारत एक कृषिप्रधान देश माना जाता है |

essay on india in hindi

 essay on india in hindi – भारत पर हिंदी निबंध   

भारत की कुल आबादी का लगभग 70 % जनसँख्या किसान है | भारत एशिया महाद्वीप का एक हिस्सा है | भारत की जलवायु मानसूनी है | भारत में चावल , गेहूँ , दलहन , आम , लीची , अंगूर , सेब आदि की अत्यधिक मात्रा में उत्पादन किया जाता है | भारत के लोग सभ्य और मेहनती होते है  

भारत के लोग अपनी काबिलियत और गुणवत्ता के कारण पूरी दुनिया में चर्चित है | भारत में अरावली, दक्कन , नीलगिरि , विन्ध्याँचल आधी पर्वत पाए जाते है | भारत में बहने वाली प्रमुख नदियाँ – गंगा , ब्रह्मपुत्र , सिंधु और नर्मदा मुख्य रूप से बहती है | भारत में गँगा नदी द्वारा बनाये गए मैदान पर भारत की सबसे बड़ी आबादी निवास करती है | 

निबंध 3 ( 550   शब्दों में ) – 

प्रस्तावना –

लोकतंत्र की दृष्टिकोण से भारत दुनिया का सबसे बड़ा देश माना जाता है | जनसँख्या की दृष्टिकोण से भारत चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश माना जाता है | तथा क्षेत्रफल में भारत दुनिया में सातवें नंबर पर आता है | भारत का संविदान धर्मनिरपेक्ष है |

यहाँ विभिन्न सम्प्रदाय और जाती के लोग निवास करते है | भारत महान विरो और वीरांगनाओ की भूमि कहा जाता है | भारत कभी सोने की चिड़िया कहा जाने वाला देश | हमारा प्यारा देश भारत में दुनिया की जन्नत है  जिसे हम कश्मीर के नाम से जानते है |

भारत में कृषि को बड़े ही सम्मानभाव् के साथ किया जाता है | भारत की मिटटी में प्रेम , सद्भावना , अतिथिसत्कार कूट – कूट कर भरा हुआ है | भारत की अतिथि सत्कार पूरी दुनिया में प्रचलित और विख्यात है |

हम भारतीय धन से नहीं बल्कि प्रेम से बिक जाते है और शिकार भी हो जाते है | हमारी मिटटी में फरेब , धोका जैसी कोई चीज़ नहीं होती है | तभी तो हम भारतीय कभी अफगान , कभी डच , कभी फ्रांसीसी तो कभी अंग्रेज़ो के गुलाम होते आये है | 

भारत विभिन्न सम्प्रदायों वाला देश –

भारत में मुख्यतः चार सम्प्रदाय – हिन्दू , मुस्लिम , सिख और ईसाई के लोग मुख्य रूप से निवास करते है | यहाँ भिन्न – भिन्न् सम्प्रदाय , पृष्ठभूमि , जाती आदि के लोग एक साथ जीवन निर्वाह करते है | भारत में भिन्न – भिन्न सभ्यताएँ और संस्कृतियाँ निवास करती है |

भारत में कभी हिन्दू भाइयों द्वारा होली के रंग में सरोबोर होते हुए खुशियाँ मानते हुए देखे जाते है तो कभी मुस्लिम भाइयो द्वारा ईद की ख़ुशी में गले मिलते हुए देखे जाते है तो कभी सीखा भाइयो द्वारा प्रकाश पर्व में दियो और कैंडलो से प्रकाशित करते हुए देखे जाते है तो वही ईसाई समुदाय द्वारा प्रत्येक वर्ष क्रिश्मस डे अथवा बड़ा दिन खुशियों के साथ मनाते हुए देखे जाते है | 

भारत में भाषाएँ –

वैसे तो भारत भाषा की दृष्टिकोण से एक समृद्ध देश माना जाता है | भारत में मुख्य रूप से हिंदी और अंग्रेजी का प्रचलन काफी बढ़ गया है | भारत का राजकीय भाषा हिंदी माना जाता है वही अंग्रेजी को भारत की सहायक राजभाषा के रूप में दर्जा प्राप्त है |

भारतीय संविधान के आधार पर कुल 22 भाषाओ को संविधान से मान्यता प्राप्त है | ये 22 भाषाएँ इस प्रकार है – हिंदी , अंग्रेजी , संस्कृत , उर्दू , बंगाली , मराठी , नेपाली , मैथली , पंजाबी , तमिल , तेलुगु , मलयालम , कन्नड़ , गुजराती , असमिया , उड़िया , कश्मीरी , मणिपुरी , कोंकणी , डोगरी , सिंधी तथा संथाली | 

निष्कर्ष –

भारत का अतीत अत्यधिक आकर्षक और मनमोहक रहा है | हमारे देश की सभ्यता और संस्कृति हमारी धरोहर है | हम अपनी अतिथि – सत्कार से पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है | हम अपनी अनेकता में एकता का ताकत रखते है |

हमारे देश की असल पहचान और शक्ति हमारी अनेकता की एकता की शक्ति में ही निहित है | हम सोने की चिड़िया कही जानी वाली अपने ही देश और मिटटी में आज भूखे भी सोने को मजबूर है | हमारी संस्कृति टुनिया की सबसे बड़ी और सर्वोत्तम जरूर है |

इस बात को कोई भी नकार नहीं सकता के हमारी वीरता और अतिथि – सत्कार के भाव में कोई कमी रही है | परन्तु हम आज के भारत की बात करे तो देश की स्थिति को देखकर ऐसा लगता है के जीवन अब आशारहित हो गया है जीवन एक दंस हो गया है |

 essay on india in hindi – भारत पर हिंदी निबंध   

भारत में इतनी व्यापक प्रगति होने के बावजूद भी हम समानता से कोसो दूर है | यहाँ  कोई दौलत का अम्बार खड़ा कर दिया  है तो कोई रात को भूखा  सोता है | कोई अपने पैसो को विदेशो में जमा कर रहे है तो कोई इसी भारत की धरती पर नौकरी के लिए भटक रहा है और उसमे भी जब उसके सर पर अपनी बहन की शादी का बोझ हो और माँ – बाप के पालन – पोषण की जिम्मेदारी |

कहते है हमारा देश बदल रहा है वाकई हमारा देश बदल रहा है हम भूखे और लाचारी का शिकार दिन बी दिन होते जा रहे है सच में हमारा देश तरक्की की रफ़्तार में बहुत आगे चला गया है | 

भारत के बारे में 10 लाइन हिंदी में- 

1 . भारत एक कृषिप्रधान देश है | 

2 . भारत के चार नाम – भारत , इंडिया , हिन्दुस्तान और आर्यावर्त है | 

3 . भारत एक लोकतान्त्रिक देश है | 

4 . भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश है | 

5 . क्षेत्रफल में भारत दुनिया का सातवाँ सबसे बड़ा देश है | 

6 . भारत का नाम ऋषभदेव के पुत्र भरत के नाम पर पड़ा है | 

7 . भारत विभिन्न सांप्रदायिक वाला देश माना जाता है | 

8 . भारत में चार ऋतुएँ है | 

9 . भारत की आबादी लगभग सबा अरब आँकी गयी है | 

10 .  भारत वीरों की धरती भी कही जाती है | 

निबंध ( 700 शब्दों में ) – 

प्रस्तावना –

भारत एक लोकतान्त्रिक देश है | भारत साम्प्रदायिक दृष्टिकोण से दुनिया का सबसे बड़ा देश माना जाता है | भारत कृषि प्रधान देश के रूप में दुनिया में जाना जाता है | भारत का अपना एक संविधान है जिसके आधार पर ही भारत देश को विभिन्न स्तर से शासन व्यवस्था को चलाया जाता है |

भारत का लोकतंत्र अनोखा है | यहाँ धर्म , सम्प्रदाय , जातिगत व्यवस्था आधी के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है | भारत एक कर्मप्रधान देश है न की धर्म प्रधान | 

भारत शिक्षा की दृष्टिकोण में – 

भारत सन 1947 ई0 ने अंग्रेज़ो के चंगुल से आजाद हुआ था | तब भारत की साक्षरता दर सिर्फ 18 % थी | 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की साक्षरता दर में काफी वृद्धि देखने को मिली अर्थात 74 . 04 % हो गयी थी |

आजादी के बाद भारत की सक्षरता दर में काफी बढ़ोतरी तो हुयी लेकिन पुरुष और महिलाओ की साक्षरता दर में काफी अंतर भी पाया गया  | जहाँ पुरुषों की साक्षरता दर  82.14 % आँकी गयी वही महिलाओ की साक्षरता दर मात्र 65.46 %  देखने को मिली |

जो अब भी भारत में पुरुषो और महिलाओ के बिच भेदभाव और सामजिक पहलुओं को उजागर करने का काम करती है | 

भारत की ऋतुएँ – 

भारत में वैसे परम्परागत दृष्टिकोण में छः ऋतुएँ बतायी गयी है | परन्तु भारतीय मौसम विज्ञानं विभाग के आधार पर सिर्फ चार ऋतुओं का वर्णन प्राप्त होता है जो इस प्रकार है – 

1 . शरद ऋतू 

2 . ग्रीष्म ऋतू 

3 . वर्षा ऋतू 

4 . शीत ऋतू 

भारत की नदियाँ – 

भारत की नदियाँ भारत और भारतीयों के लिए एक धरोहर की तरह है | प्राचीन काल से ही लोग नदियों के किनारे जीवन – निर्वाह करते आये है | भारत में कृषि का उत्पादन पूरी तरह नदियों पर निर्भर है | वर्षा का  पानी समय के साथ नहीं प्रयाप्त होने पर हम भारतीय किसान नदियों का ही सहारा लेते है जिससे हम सिंचाई का कार्य संपन्न कर पाते है |

भारत में मुख्य रूप से प्रमुख नदियों में – गंगा , ब्रह्मपुत्र , सिंधु तथा कावेरी नदी ही है परन्तु इसके अलावा अन्य नदियाँ – कोशी , गंडक , चम्बल ,यमुना , झेलम , गोदावरी , कृष्णा , घाघरा , ताप्ती अन्य कई नदिया भारत में विध्यमान है | जो भारत की मान – सम्मान की रक्षा करती है | 

उपसंहार –

भारत एक विशाल जनसमूह वाला देश माना जाता है | भारत की सभ्यता और ससंकृति अत्यंत ही निराली है | भारत की अनेकता में एकता का अपना विश्वास है | हम अनेक होकर भी मुसीबत की घरी में एक हो जाते है और देश की रक्षा के लिए अपना तन भी न्योछाबर कर देते है |

भारत शक्तिशाली है इसमें कोई शक नहीं है परन्तु क्या सिर्फ शक्तिशाली होना ही हमारा गौरव बन सकता है ? क्या हम सिर्फ युद्ध  में दुश्मनो को पराजित कर गौरव प्राप्त कर सकते है ? मेरा मानना है इस तरह से हमे गौरव प्राप्त नहीं हो सकता है |

गौरव प्राप्त करने के लिए हमे देश की जनता के साथ अपना प्यार बांटना होगा | जनता को भुखमरी और बोजगारी से कोसो दूर रखना होगा | जँग के लिए अतयधिक खर्च न कर हम उसे जनता के लिए इस्तेमाल में लाएंगे | देश की सिमा रक्षा पर दुश्मनो कोमार गिराना उचित है परन्तु उससे भी उचित है की हम देश की जनता को मरने से बचा ले |

देश की जनता आज शिक्षित होकर भी बेरोजगार और आत्मा – निर्भर नहीं है | जहाँ महिलाओ के साथ अत्याचार किये जा रहे है वही उन्हें सम्मान के साथ ठोस कदम उठाने की जरूरत है जिससे  हम अपना गौरव प्राप्त  कर पाएँगे | 

इस  लेख को प्यार देने के लिए आपका शुक्रिया ! 

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