Essay on Meri Maa in Hindi For Students

essay on meri maa in hindi

आज के इस निबंध में हम सीखेंगे मेरी माँ पर हिंदी निबंध 2023 जो सभी वर्ग 2 ,3 ,4 ………… 12 तक सभी वर्ग के बच्चो के लिए परीक्षा की दृष्टिकोण से लाभप्रद और सहायक सिद्ध होने वाली है | जिसमे आपकी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए हमने लघु , माध्यम , दीर्घ निबन्ध (  short , medium and long essay )  प्रस्तुत किये है | उम्मीद है आपको पसंद आएगा तो चलिए चलते है निबंध की ओर –

मेरी माँ पर हिंदी निबंध – 2023

निबंध 1 ( 200  शब्दों में ) –  

भूमिका – 

 मैं आज जो भी हूँ , जहाँ भी हूँ मैं अपनी माँ की वजह से ही हूँ | मुझे आज भी वो दिन याद है जब मेरी माँ अपने लिए कपड़े न खरीदकर मेरे लिए कपड़े खरीद लाती थी | मै कैसे भुला सकता हु उन दिनों को जब मेरी माँ मुझे खिलाने के लिए खुद भूखी रह जाती थी | मैं कभी भूल ही नहीं सकता के जब मेरी माँ मुझे अपनी हाथो से भोजन खिलाती थी और अपने आँचल से मेरे चेहरे की पसीने को पोंछती थी | 

मेरी माँ मेरी सबसे अच्छी दोस्त –

मुझे जो पसंद है , मै जो पहनता हूँ  , मै जो खाता हूँ चाहे अच्छा या बुरा कभी मेरी माँ उस पर टिप्पणी नहीं करती है भले मेरे दोस्त मुझे परामर्श जरूर देते हो के मई कैसा दिख रहा हूँ और मैंने ये क्या पहन लिया है | मेरी छोटी – छोटी बातों का ख्याल रखती है मेरी प्यारी माँ |

मुझे कब सोना है , मुझे कब खाना है , मुझे कब स्कूल जाना है इन साडी बातों को मेरी माँ खूब अच्छे ढंग से समझती है | मुझे बताये बगैर मेरी आवश्यकता और रुचियों को मेरी माँ के द्वारा पूरी कर दिया जाता है | तब मै दुनिया में सबसे ज्यादह स्वंय को खुश महसूस करता हूँ और गौरवान्वित होता हूँ | 

निष्कर्ष – 

मेरी माँ का मै भी बहुत अधिक ख्याल रखता हूँ | जब मेरी माँ कभी बीमार पर जाती है तो मै बहुत दुखी होता हूँ | मेरी माँ जीतना मुझसे प्यार करती है उतना ही मै भी मेरी माँ से करता हूँ | अभी हाल ही में मैंने मेरी माँ  के लिए कपड़े और घर का सामान ख़रीदा है | मेरी माँ सबसे अच्छी माँ है | मै उनका आदर करता हूँ | 

essay on meri maa in hindi

 essay on meri maa in hindi – मेरी माँ पर हिंदी निबंध 

निबंध 2 (400 शब्दों में ) – 

प्रस्तावना –

मेरी माँ मेरे लिए देवी है | मेरी माँ मेरे लिए भगवान् से बढ़कर है | मेरी माँ दुनिया की सबसे अच्छी माँ है | क्योंकि मेरी माँ मुझे शिक्षित बनाने के लिए खेतो में मजदूरी भी की है |  आज मेरी माँ इस दुनिया जीवित है तो मुझे ऐसा लगता है की मेरे पास दुनिया की सबसे अनमोल रत्न है |

जब मै किसी समस्या से परेशान हो जाता हूँ मुझे समझ नहीं आता है मई क्या करू उस वक्त मेरी माँ मुझे सहारा देती है और मेरी समस्याओ को यूँही हल कर देती है | जो समस्या मुझे परेशान कर रही थी वो समस्या मेरी माँ ने सरलता के साथ निपटा दिया | सच में माँ के अंदर एक आंतरिक शक्ति छिपी हुयी होती है जो हम सब में नहीं होती | 

माँ का महत्व –

मेरी माँ मेरे लिए एक संसार की तरह है | मुझे जब कोई परेशानी हो जाती है तो मै मेरी प्यारी माँ के आँचल में छिप जाता हूँ जिससे मुझे बहुत शांति मिलती है और मुशीबत से लड़ने का हौसला भी मिलता है | माँ के महत्त्व का अंदाजा तब लगता जब आप किसी यात्रा पर निकलते है तब एक आपकी माँ ही होती है जो अल्लाह ( भगवान ) से दुआ ( प्रार्थना ) करने लगती है |

जब कोई आपके घर आपकी शिकायत लेकर पहुँचता है तो माँ कहती है मेरा बेटा ऐसा कभी नहीं कर सकता भले ही लोग बुरा कहे लेकिन एक माँ ही ऐसी होती है जो अपने बच्चे के लिए सिर्फ दुआ करती है | जब एक बेटे को कोई चोट पहुँचा देता है तो उस वक्त एक माँ ही ऐसी होती है जो अपने बच्चे के लिए किसी से भी लड़ने को तैयार हो जाती है |

एक माँ भूखे रहकर भी अपने बच्चे का पेट पालती है | यहाँ तक की एक माँ अपने बच्चे की भूख मिटाने के लिए भीख माँगने के लिए भी विवश हो जाती है | सच में , माँ भगवान् से भी बढ़कर होती है | 

उपसंहार –

माँ का हमारे जीवन में कितना महत्व है ये शायद बयाँ नहीं किया जा सकता है | माँ ही इस संसार की जननी है | इस संसार का निर्माण एक माँ से ही संभव हुआ है | एक बच्चे की जीवन को सफल बनाने के लिए माँ की बहुत बड़ी त्याग होती है |

परन्तु आज के इस आधुनकि युग में बच्चे जब बड़े हो जाते है तो अपनी माँ को भटकने के लिए सड़कों पर छोड़ देते है | भगवान् से भी बड़ी स्थान रखने वाली माँ को एक भिखारी की तरह सरको पर छोर दिया जाता है | हम नासमझ ये समझते ही नहीं है की माँ की एक बद्दुआ पुरे जमीं – आस्मां को हिला कर रख सकती है |

इतनी मुशीबत मिलने पर भी एक माँ कभी अपने बच्चे को बद्दुआ नहीं करती है | परन्तु हमे आज ये वचन लेना होगा की आज से हम अपनी माँ का सम्मान और आदर करेंगे | उन्हें कभी तकलीफ नहीं देंगे | उन्हें हमेशा खुश रखेंगे उनकी हमेशा सम्मान और आदर करेंगे | 

मेरी माँ पर निबंध 10 लाइन – 

1 . मेरी माँ सबसे प्यारी है | 

2 . मेरी माँ का नाम शमीना खातून है | 

3 . मेरी माँ एक गृहिणी है | 

4. मेरी माँ की आयु 55 वर्ष है | 

5 . मेरी माँ शांत स्वभाव की है | 

6 . मेरी माँ अत्यंत दयालु है | 

7 . मेरी माँ साधारण वस्त्र पहनती है | 

8 . मेरी माँ मुझे प्रेम करने के साथ कभी – कभार डाँटती भी है | 

9 . मेरी माँ दुनिया की सबसे अच्छी माँ है | 

10 . मेरी माँ में जरा भी अहं नहीं है | 

निबंध 3 ( 500 शब्दों में ) – 

भूमिका –

मेरी माँ एक मिशाल की तरह है |मुझे सफल बनाने के लिए उसने कितने त्याग किये है इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है |मेरी माँ मेरी जिंदगी की कामयाबी का रहस्य है |मेरी माँ इस संसार की सबसे शशक्त नारी है | मुझे मेरी माँ पर गर्व है | आज इस संसार में अगर कही मेरा अस्तित्व है तो वह सिर्फ मेरी माँ के वजह से ही है क्योंकि अगर मेरी माँ ने मुझे जन्म नहीं दिया होता तो मै आज इस धरातल पर नहीं होता |

मै गरीब होने के कारण कभी पढाई – लिखाई नहीं कर पाता क्योंकि मेरे पिता की भी आय बहुत कम है | किन्तु आज मै उच्च शिक्षित इंसान बन गया हूँ और ये सब मेरे पिता के साथ – साथ मेरी प्यारी माँ के वजह से संभव हो सका है | मै अगर आज सफल हो सका हूँ तो वह मेरी माँ की वजह से संभव हुआ है | 

 माँ की ममता –

मेरी माँ ह्रदय से बहुत ही नम्र और शांत स्वाभाव वाली महिला है | मेरी माँ मुझे बहुत प्यार करती है | मेरी बड़ी से बड़ी गलती पर मुझे माफ़ कर देती है | मेरी माँ की ममता अत्यंत निराली है | मेरी माँ किसी भी बच्चे को उसकी जात , धर्म आदि को भूलकर उसे अपने गोद में उठा लेती है | माँ की ममता अनमोल होती है |

माँ ईश्वर का रूप होती है | मेरी माँ मुझे कभी – कभार स्कूल नहीं जाने पर मुझे माफ़ कर देती है | मेरी माँ मुझे हर वक्त प्यार से बात करती है | मुझे सही गलत में फर्क बताती है | मुझे अच्छाई पर चलने के लिए प्रेरित करती रहती है | 

निष्कर्ष –

मेरी माँ नरम मिजाज की रानी है | वो हर वक्त हमसे नरमी से बात करती है | वह आस – पास के लोगो के साथ भी नरमी भरा बर्ताव करती है | परन्तु मुझे कभी डाँटती भी है तब मुझे कुछ बुरा लगता है के मेरी माँ ने मुझे डाँट दिया |

परन्तु बाद में मुझे अहसास होता है के मुझे मेरी माँ मेरी गलतियों पर डाँटा है जो गलती मुझे एक अच्छा इंसान बनाने में बाधित करेगी | मेरी माँ का आस – परोस के लोगो में बहुत इज़्जत है क्योंकि मेरी माँ सभी के साथ प्यार भरा व्यवहार करती है और सभी का सम्मान करती है | मुझे मेरी माँ पर गर्व है | 

निबंध 4 ( 700 शब्दों में ) – 

प्रस्तावना –

मेरी माँ मेरे लिए एक अनमोल मोती की तरह है |मैं  इस अनमोल मोती का बहुत आदर और सत्कार करता हूँ | मेरी माँ ने मुझे हर वक्त जीवन की सच्चाइयो से सामना करवाया है | मुझे कभी प्रेम का सहारा देकर तो कभी मुझे डाँट – फटकार  एक अच्छा इंसान बनाने के लिए   हर संभव प्रप्रयास किया |

उसके मार्गदर्शन के कारण ही आज मै एक उच्च शिक्षित इंसान बन पाया हूँ | सच में , माँ प्रकृति की एक अनमोल रचना है | माँ की अपनाने वाला कभी गरीब और बेसहारा नहीं हुआ है वही दूसरी ओर धन – दौलत को अपनाने वाला इंसान आमिर होकर भी हमेशा गरीब और बेसहारा ही रहा है |

मेरी माँ की प्रेम और डाँट ने ही मुझे आज जीवन की उँचाइयो को छूने का ताकत प्रदान किया है | आज मेरी सफलता के पीछे का राज मेरी माँ की दुआ और संस्कार ही है | मुझे बचपन से ही अपने देश की गरिमा और संस्कृति का सम्मान और आदर करने के लिए मार्गदर्शन और शिक्षा प्रदान की | 

मेरी आदर्श माँ – 

मेरे लिए मेरी माँ ही इस संसार की सबसे बड़ी आदर्श और प्रेरणाश्रोत है | मुझे मेरी माँ से हर समय शक्ति मिलती रही है और जिस शक्ति को प्राप्त कर मै जीवन में सफल होता रहा | मेरी माँ ने उनकी जीवन काल में कभी सच्चाई से मुंह नहीं मोरा | उसने हमेश आस – परोस के लोगो के लिए उनके कुसमय में हमेशा तैयार रही |

मेरी माँ दिन के सभी दैनिक कार्यो को निपटाकर अपना कुछ समय प्रत्येक दिन भगवान् की पूजा – अर्चना में लगाया करती थी | मेरी माँ हर समय अपनी क्षमता के अनुसार पड़ोसियों के दुःख में अपना योगदान देती है | मेरी माँ अपना कीमती समय कभी नष्ट नहीं करती है | हर समय मेरी माँ अपने समय का सदुपयोग करती है |

समय मिलने पर वह खेत – खलिहान की जायजा लेने के लिए निकल पड़ती है | मेरी माँ की इन्ही रवैयों और व्यवहार ने मुझे प्रेरित करता है | मेरी माँ मुझे हर वक्त ये कहती है के कभी झगड़े – लड़ाई नहीं करने चाहिए | किसी दूसरे को तकलीफ नहीं देना चाहिए | इन्ही बातो का मेरी जिंदगी पर काफी असर हुआ है | मैं अपनी माँ को अपना आदर्श मानता हूँ | 

मेरी माँ एक अच्छी शिक्षिका के रूप में  –

मेरी माँ हर समय मुझे प्रेरित करती रहती है | मुझसे जब कभी भूल – चूक हो जाती है तो मेरी प्यारी माँ हमेशा मुझे माफ़ कर देती है | मेरी माँ हमेशा मुझे अच्छे कार्यो के लिए प्रेरित करती रहती है | मुझे कभी प्रेम के साथ तो कभी डाँट फटकार कर सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती है |

जब मैं अच्छे कर्म करता हूँ तो मेरी माँ मुझे सराहती है और मुझे और ज़यादह प्यार देती है परन्तु गलत कार्यो में मुझे दंड भी देती है जिससे मई सही मार्ग पर चल सकूँ | क्योकि मेरी माँ मेरी एक अच्छी शिक्षिका है | 

मेरी माँ का साधारण जीवन – 

मेरी माँ एक गृहणी है जो घर का सारा काम दिन भर निपटाती रहती है | वह घर के कार्यो में हमेशा व्यस्त रहती है | वे साधारण पोशाक धारण करते है और सादा जीवन जीने में विश्वास रखते है | वे सुबह सवेरे उठकर हमलोगो के लिए भोजन तैयार करती है |

मैं जब ऑफिस के लिए निकलता हु तो वह मुझे आशीर्वाद देती है | मेरी माँ सफ़ेद वस्त्र पहनने में काफी रूचि लगती है क्योंकि सफ़ेद रंग शांति का प्रतिक माना जाता है | मेरी माँ हमेश शांति बनाये रखने के लिए दूसरे से कभी भी नहीं लड़ती – झग़डती है | 

उपसंहार –

मै मेरी माँ से बहुत प्रेम करता हूँ | उसकी ख़ुशी के लिए मई दिन – रात मेहनत करता रहता हूँ | परन्तु संसार में कुछ ऐसे भी लोग है जो अपनी माँ का कभी आदर और सत्कार नहीं करते है | जब एक माँ लाचार और मजबूर होती है तो मुझे बहुत दुःख पहुँचता है |

मेरे मन में दुनिया की सभी माँओ के लिए सम्मान और दर्द है | भगवान् से मैं प्रार्थना करता हु के मई इतना आमिर बन जाउ की दुनिया की हर पीड़ित माँ का सहारा बन सकूँ | इस निबंध के माध्यम से मैं दुनिया को सन्देश देना चाहूँगा की अपनी माँ की सम्मान करे और उनके दर्द को अपना दर्द समझे | 

इस लेख को प्यार देने के लिए धन्यवाद ! 

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 essay on meri maa in hindi – मेरी माँ पर हिंदी निबंध 

 

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