essay on vidyarthi aur anushasan in hindi- विद्यार्थी और अनुशासन पर हिंदी निबंध 2021
एक विद्यार्थी के लिए शिक्षा ग्रहण करने के साथ अनुशासन का होना अत्यंत ही जरूरी होता है | अनुशासन ही हमें महान बनने में मदद करता है | संसार में हर किसी के सपने होते हैं पर सपने को साकार करने में उनके अनुशासन का महत्वपूर्ण योगदान होता है| बिना अनुशासन के इंसान जानवर के समान होता है|
अनुशासन ही हमें महान बनाता है और हमारा आचरण तय करता है | विद्यार्थी को उनकी पाठ्यक्रम पर ध्यान देने के साथ-साथ अनुशासन को भी महत्व देना होगा क्योंकि कोई भी विद्यार्थी अनुशासन को महत्व देकर ही अपने महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति कर सकता है| किसी बच्चे का जन्म जब किसी परिवार में होता है तो उनकी शिक्षा-दीक्षा और अनुशासन उनके आंगन से ही शुरू हो जाता है|
इस संसार में आज जितने भी महान इंसान बने हैं उनका अपने अपने क्षेत्र में अधिक रूचि और जानकारी होने के साथ-साथ अनुशासन कूट-कूट कर भरी होती है | अनुशासित व्यक्ति किसी भी कार्य को निश्चित समय पर अंजाम दे देते हैं कभी अपने समय का व्यर्थ प्रयोग कभी नहीं करते |
अक्सर जब हम लोग विद्यार्थी जीवन में होते हैं अपना जीवन एक विद्यार्थी के रूप में जी रहे होते हैं तब हमारे कई सारे सपने होते हैं, हमारी कई महत्वकांक्षाएँ होती है ,हमारी कई आशाएं होती है और हम उन महत्वकांक्षाओ को प्राप्त करने के लिए दिन और रात लगातार मेहनत करते जाते हैं |
essay on vidyarthi aur anushasan in hindi- विद्यार्थी और अनुशासन पर हिंदी निबंध 2021
परंतु जीवन की इस लड़ाई में कितने ही लोग है जो आज नाकामयाब हुए हैं और उन भीड़ में से कुछ लोग ऐसे भी हैं जो आज महान बने हैं | आज जो महान और सफल व्यक्ति बने हैं वह उन सफल लोगों की तुलना में खुद को ज्यादा अनुशासित रखते होंगे |
हमारे सपने छोटे या बड़े हो सपने सच भी हो सकते हैं जब हम अनुशासन को भलीभांति समझ लेंगे| अक्सर जब हम विद्यार्थियों के जीवन से रूबरू होते हैं तो हमें ऐसा लगता है कि वह अनुशासन को कितना महत्व देते हैं| हम आसपास के स्कूलों और विद्यालयों को देखते हैं की उसमे अध्ययन कर रहे हैं बच्चों को स्कूल जाने के लिए एक विशेष औपचारिकता को निभाना होता उन्हें एक निश्चित समय पर कक्षा के गतिविधि को अटेंड करना होता है उन्हें ससमय स्कूल की गतिविधियों में हिस्सा लेना होता है |
और फिर एक निश्चित समय पर एक साथ सभी को स्कूल से बाहर जाना होता है | बच्चे इन सब गतिविधियों को प्रायः करते-करते अनुशासन के महत्व को समझने लगते हैं | विद्यार्थी जितने ज्यादा लगन शील होते हैं और अनुशासन को महत्व देते हैं वे जीवन के संघर्ष में अत्यधिक ऊँचाइयों को प्राप्त करते हैं |
essay on vidyarthi aur anushasan in hindi- विद्यार्थी और अनुशासन पर हिंदी निबंध 2021
हमारे परिवार के सदस्य भी ऐसे होते हैं जो विद्यार्थी जीवन को जी रहे होते हैं तथा हमप्रायः आस-पड़ोस में भी देखते हैं कि विद्यार्थी का जीवन किस तरह चुनौतियों से सामना कर रहा होता है | एक विद्यार्थी की बात की जाए तो उनके ऊपर बहुत सारी जिम्मेदारियां होती है और अनुशासन को भँली – भाँति पालन करना होता है |
जब एक विद्यार्थी सुबह सवेरे बिछावन से बाहर आता है तो उन्हें शौच आदि जैसे कार्यों को निपटा कर स्कूल की तैयारी में लग जाना होता है ,वे अपने किताबों को ठीक करने के साथ-साथ अपने वस्त्र को भली-भांति ठीक कर स्कूल के लिए निकल पड़ते हैं|
और एक निश्चित समय पर ही स्कूल के अंदर जाने की आज्ञा होती है जिसे बच्चे भयभीत रहते हैं कि वे उस समय पर शायद पहुंचने में देर ना हो जाए इस गतिविधि को भलीभांति अंजाम देने के लिए बच्चे प्रायः नाश्ता करना भूल जाते हैं | स्कूल के अंदर प्रवेश मिलते ही उन्हें अन्य सारी गतिविधियों को ससमय पूर्ण करना होता है|
एक नियमित समय सारणी के साथ स्कूल के सभी गतिविधियों में हिस्सा लेना होता है और फिर बाहर निकल कर वे घर के अन्य कामों में लग जाते हैं| हम जीवन की यात्रा में प्रायः ऐसा भी अनुभव करते हैं एक तेजतर्रार विद्यार्थी भी आज असफलता के मार्ग पर खड़ा है तो वही हमारे पास कुछ ऐसे भी अनुभव होते हैं जिसमे हमें यह भी पता चलता है की कम तेजतर्रार अथवा मंद बुद्धि वाले विद्यार्थी आज अत्यधिक सफल हो गए|
इसके पीछे का रहस्य अनुशासन है | वह विद्यार्थी जो अपने क्षेत्र व अध्ययन में काफी अच्छे रहे परंतु उन्होंने अनुशासन का पालन नहीं किया ,चीजों को अनुशासन के साथ नहीं किया तो हम दूसरी ओर वह व्यक्ति जो आज सफल है अपनी यात्रा एक मंदबुद्धि विद्यार्थी से शुरू की थी आज उनके सफल होने का एक बहुत बड़ा कारण यह है कि उन्होंने हमेशा अनुशासन का पालन किया था |
essay on vidyarthi aur anushasan in hindi- विद्यार्थी और अनुशासन पर हिंदी निबंध 2021
अनुशासन का पालन करने से उन्हें अपने कार्यों को निरंतर करने में ऊर्जा मिलती थी जिससे वे जीवन के क्षेत्र में आगे बढ़ गए और आज सफल हैं | हमें बच्चों की परवरिश में उनके नकारात्मक और सकारात्मक दोनों पक्ष पर नजर रखने चाहिए| बच्चों को अनुशासन तोड़ने की कभी इजाजत नहीं देनी चाहिए|
कहा जाता है एक बालक का पहला विद्यालय उनका परिवार होता है इस सिद्धांत पर बच्चों को हमेशा अनुशासन का पाठ सिखाना चाहिए जिससे वे जीवन में स्वयं को अनुशासित रख सके और कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी स्वयं को सफल बना सकें |
हम प्रायः देखते हैं कि एक विद्यार्थी स्कूली शिक्षा के दौरान अनुशासन को भलीभांति निभाने की प्रयत्न करता है वही जब बच्चा विद्यालय से निकल जाता है तो अनुशासन के नियमों को भली-भांति पालन करने में अक्षम महसूस करने लगते हैं |
ऐसा तब होता है जब व्यस्त भरी जीवन में हम अपने बच्चों को समय नहीं दे पाते | बच्चे जब स्कूल में होते हैं तो उनकी देखभाल और अनुशासन के लिए शिक्षक हमेशा तैनात रहते हैं जो उनकी हमेशा सहायता करते रहते हैं | परंतु स्कूली शिक्षा खत्म होने के बाद बच्चे अनुशासन से दूर होते हुए दिखाई देते हैं |
स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात बच्चे की जिम्मेदारी अब पूरी तरह से उनके माता-पिता पर आ जाती है तो आज के जीवन के इस भाग दौर में माता पिता अपने बच्चों का पूरी तरह से ध्यान रख पाने में सक्षम नहीं होते | उनके पास एक निर्धारित समय ही होता है और वह एक सीमित मात्रा में ही बच्चों को समय दे पाते हैं | हमें बच्चों के साथ हमेशा जुड़ाव रखना चाहिए और अनुशासन का पालन करने के लिए प्रेरित करते रहना चाहिए|
निष्कर्ष –
आज दुनिया में जितने भी सफल और कामयाब इंसान है सभी विद्यार्थी जीवन को जी चुके हैं | विद्यार्थी जीवन में अनुशासन पालन करने का अवसर प्राप्त होता है जिससे कहीं न कहीं उनके जीवन में व्यापक बदलाव लाने में मदद करता है और जिनसे ही आज हम इतनी ऊंचाई को पहुंच पाए हैं |
हम सभी को अपने जीवन में अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा देने के साथ-साथ अनुशासन के पाठ को पढ़ाना चाहिए | अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी इंसान असफल हो जाते हैं क्योंकि जब हम अनुशासन को छोड़ देते हैं तो असफलता के मार्ग की ओर बढ़ चले जाते हैं |
और जब हमारे जीवन में अनुशासन आती है तो हम किसी भी कठिन कार्य को सरलता से कर पाने में सक्षम हो जाते है | विद्यार्थी जीवन में सिखाए गए पाठ और अनुशासन हमें जीवन भर काम आते हैं | हमें जीवन की सच्चाईयों से लड़ने में मदद करता हैअनुशासन हमें एक मानव ही नहीं बल्कि उत्कृष्ट मानव बनने में मदद करता है |
हम अनुशासन को प्राप्त कर एक कामयाब इंसान बनते हैं और एक जिम्मेदार इंसान की भूमिका भी निभाते हैं| उम्मीद करता हूं हम सभी की जिंदगी अनुशासन से भरी हुई होनी चाहिए| कहा जाता है अनुशासन से किसी भी कठिन कार्य को संभव बनाया जा सकता है|
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