Jal hi Jeevan Hai Par Nibandh For Students

jal hi jeevan hai par nibandh – जल ही जीवन है पर निबंध 

कहा जाता है जल ही जीवन है | जल हमारे जीवन का महत्वपूर्ण संसाधन है | जल हमारे लिए अमृत होता है | हम अपने आसपास प्रायः  देखते हैं कि जल का किस तरह से ह्राष और दोहन किया जाता है | आज पूरा विश्व जल संकट से जूझ रहा है | इस समय  हमारी परीक्षाओं के दौरान जल ही जीवन है पर निबंध हमें प्रस्तुत करने को दिए जाते हैं जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि हम जल के प्रति कितने सजग है जल को हम किस तरह से संरक्षित कर सकते हैं और उनका दोहन होने से रोक सकते हैं | आज के इस निबंध के माध्यम से हमने आप की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए जल ही जीवन है पर निबंध 2021 लघु ,मध्यम और दीर्घ (short , medium and long essay )  प्रस्तुत  किए हैं उम्मीद है आपको यह पसंद आएगा तो चलिए चलते हैं निबंध की ओर – 

जल ही जीवन है पर निबंध – 2021 

निबंध ( 200  शब्दों में ) –

पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी जीवो को जीवित रहने के लिए जल की आवश्यकता होती है | जल पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी जीवो के लिए एक ऐसा आवश्यक तत्व है , जिसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है | जल ही जीवन है यह उद्धरण उतना  ही सत्य है जितना कि इंसान मरणशील होता है |

आज इस आधुनिक युग में पृथ्वी पर पाए जाने वाले जितने भी जीव है वे सभी जल – संकटों का सामना कर रहे हैं, इसमें जल का प्रबंधन व उनकी पूर्ति एक बड़ी समस्या बनी हुई है | बढ़ते आधुनिक  दौड़ में जल प्रदूषित हो रहा है | पृथ्वी के अंदर पाए जाने वाले भूमिगत जल का तेज़ी से ह्रास हो रहा है | 

आज दुनिया में जल- संकट की समस्या देखने को मिलती है और इसके नकारात्मक प्रभाव पृथ्वी पर पाए जाने वाले जीवो पर दिखाई देते हैं| जल की समस्याएं ग्रीष्म ऋतु में अत्यधिक देखने को मिलती है |  ग्रीष्म ऋतू में तेज धूप होने के कारण जल संकट की समस्या सामने आती है | भूमिगत जल के अत्यधिक दोहन के कारण जल की का स्तर काफी नीचे चला गया है|

निबंध ( 450  शब्दों  में ) –

जल हमारे जीवन को बचाने का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है| कहा जाता है जल ही जीवन है | पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी सजीव  प्राणियों को जल की आवश्यकता होती है जिनसे ही वे जीवित और जिंदा रह पाते हैं | पृथ्वी का सम्पूर्ण भाग  71%  जल से घिरा हुआ है तथा पृथ्वी पर पाए जाने वाले संपूर्ण जल का 97% भाग महासागरों एवं समुद्रों में पाया जाता है और जिनके अत्यधिक खारा  होने के कारण पीने के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है| 

jal hi jeevan hai par nibandh

jal hi jeevan hai par nibandh – जल ही जीवन है पर निबंध 

पृथ्वी पर संपूर्ण जल का 3% भाग ही पीने योग्य माना जाता है और यह भी 3% जल विभिन्न रूपों में पाया जाता है जिन्हें हम सरलता से प्रयोग में नहीं ला सकते है और इनका अधिकतम हिस्सा बर्फ की पहाड़ियों और जलवाष्प के रूप में मौजूद है आर्थात हम पृथ्वी के सतही जल का 0 .05 % मात्रा ही पिने के रूप में उपयोग में ला पाते है |

जल पृथ्वी पर कई रूपों में पाया जाता है जल हमें कभी द्रव अवस्था में तो कभी जलवाष्प के रूप में तो कभी बर्फ के रूप में दिखाई देता है | जल महासागरों ,समुद्र , नहर , तालाबों , झीलों आदि में पाया जाता है | भोजन के बिना मनुष्य कुछ दिनों तक जिंदा तो रह सकता है परंतु जल के बिना मनुष्य ज्यादा दिन तक जीवित नहीं रह सकता है |

हमारे शरीर में भी 70% भाग जल से ही बना हुआ होता है गर्मी के मौसम में हमारे शरीर को अत्यधिक जल की आवश्यकता होती है गर्मी के मौसम में जल का वाष्पीकरण होता है | आज पूरी दुनिया जल संकट की समस्या से जूझ रही है इसके पीछे का कारण यह है कि हम जल का संरक्षण सही ढंग से नहीं कर पाते एवं जल का दोहन दिन-ब-दिन करते रहते हैं |

एक आंकड़े के मुताबिक बताया गया कि कि दुनिया के लगभग आधी आबादी 2025 तक जल संकट का सामना  करते हुए दिखाई देंगे | हम मनुष्यों के द्वारा जल का दोहन होने से लगातार भूमिगत जल में कमी आती जा रही है और उनका स्तर नीचे  जा रहा है जिससे हमें पानी की समस्या से दो चार होना पड़ता है |

आज देश के गरीब लोगों को चापाकल के द्वारा पानी बाहर निकालने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और हमें गर्मी के मौसम में जल के लिए भटकना पड़ता है| मनुष्य के द्वारा जल का अत्यधिक दोहन होने के कारण आज हमारे सामने भुखमरी और जल संकट जैसी समस्याएं सामने आ जाती है | जल की कमी के कारण फसल का सही ढंग से उपजना  नामुमकिन हो जाता है और जिससे हमे भुखमरी का सामना करना पड़ता है | आज दुनिया में जल की समस्या के कारण कितने ही लोग रोग्रस्त हो रहे है और कितने मृत्यु को पहुँच रहे है | 

निबंध ( 700  शब्दों में ) – 

भूमिका – 

जल का महत्व तब पता चल जाता है जब हमें अत्यधिक प्यास की चाहत होती है और हमारा गला सूखता रहता है|  आमिर के असली मूल्य को समझ पाते हैं अन्यथा हम तो इनका लगातार दोहन करने में लगे हुए हैं | जल के बिना सजीव जगत की कल्पना नहीं की जा सकती है | पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी जीवो को जीवित रहने के लिए जल की आवश्यकता होती है | 

jal hi jeevan hai par nibandh – जल ही जीवन है पर निबंध 

ऐसा माना जाता है कि मनुष्य के शरीर में 70% तक की मात्रा में जल मौजूद होता है अर्थात भोजन के बगैर कुछ देर हम जिंदा रह सकते हैं परंतु जल के बगैर शायद हम अधिक देर तक जीवित नहीं रह सकते क्योंकि हमारे शरीर को अत्यधिक मात्रा में जल की आवश्यकता होती है|  जल की कमी के कारण कई सारी बीमारियों का हमारे शरीर में संचार होता है | 

जल – संकट की समस्या के कारण – 

जल जीवित प्राणियों के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व है जिनसे वे जीवित रह पाते हैं | आज के आधुनिक युग में जल संकट की समस्या से आज पूरा विश्व दो – चार हो रहा है | हम सभी जानते हैं कि पृथ्वी का 71 प्रतिशत भू भाग जल से घिरा हुआ है और उसका 97% भाग महासागरों , समुन्द्र आदि में पाया जाता है तथा अत्यधिक नमकीन होने के कारण हम उसे पीने में इस्तेमाल नहीं करते |

पृथ्वी के अंदर पाए जाने वाले सीमित मात्रा में भूमिगत जल का ही हम पीने के रूप में प्रयोग करते हैं परन्तु अमानवीय कृतियों  से इनका लगातार दोहन हो रहा है जिन से भूमिगत जल में कमी होती नजर आ रही है और हमें जल संकट का सामना करना पड़ रहा है|  आज के आधुनिक युग में लोग जल का उपयोग करने के लिए मोटर ,नल , चापाकल आदि का प्रयोग करते हैं और जल का उपयोग करने के लिए इन माध्यमों का उपयोग करते समय हम उन्हें अक्सर खुला ही छोड़ देते हैं |

जिससे लगातार पानी का दोहन होता रहता है | जीवनदाई और बेहद मूल्यवान जल का लगातार दोहन होता रहता है और इस दोहन के कारण ही कहीं दूसरे क्षेत्रों में किसी की जल की आपूर्ति न होने के कारण मृत्यु भी हो जाती है | जल की कमी के कारण बड़े क्षेत्रों में बड़े स्तर का फसल भी नुकसान हो जाता है जिसे भुखमरी की समस्या भी आ जाती है |

हम अपनी आवश्यकता के अनुरूप कभी भी जल का प्रयोग नहीं करते हैं हम उनका लगातार दोहन करते रहते हैं तथा उन्हें बर्बाद करते रहते हैं जिनके कारण ही आज हमें जल संकट जैसी समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है | फसलों की सिंचाई के दौरान हैंडपंप के द्वारा किए गए जल का प्रयोग हम प्रायः  करते ही हैं |

अक्सर हम हैंडपंपों को खुला ही छोड़ देते हैं जिससे भूमिगत जल जो सीमित मात्रा में मौजूद है उनका ह्रास होता है और जिससे पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी जीवित प्राणियों को इसका खामियाजा  भुगतना पड़ता है | हम मनुष्य की ऐसी प्रवृत्ति बन गई है कि जब हम कपड़े धोते हैं तो अत्यधिक मात्रा में पानी का दोहन कर देते हैं |

हम प्रायः नहाने के दौरान अधिक मात्रा में पानी का प्रयोग करते हैं | शादी -विवाह ,समारोह ,उत्सव आदि के दौरान हम पानी का संरक्षण नहीं कर पाते एवं उनका दोहन सरलता से कर देते हैं|  अपने आस-पड़ोस के लोगों को यह भी देखते हैं कि जब वह नहाने के दौरान पानी का प्रयोग करते हैं तो प्रथम दो से तीन बाल्टी पानी को वे प्रायः बर्बाद कर देते हैं और उसके बाद नहाने का प्रक्रिया शुरू करते हैं | इन्हीं सब कृतियों के वजह से आज दुनिया जल्द संकटों से दो-चार हो रहा है| 

निष्कर्ष – 

जल हमारे जीवन का बचाव करता है | जल हमारे लिए जीवनदायी के रूप में भूमिका का निर्वहन करता है | जल ही जीवन है हमें इनके सार्थकअर्थ  को समझना होगा | जल हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है जल को अपने जीवन से अलग करके हम जीवित नहीं रह सकते|  हमारा औचित्य बनता है कि हम जल के दोहन को रोके और उनका संरक्षण कर सके |

जल हमारे लिए अमृत के समान होता है|  गर्मी के मौसम में जब हमें अत्यधिक प्यास की शिद्दत होती है तो जल हमारे दिल को भर देता है और अमृत सा सुख देता है| इसलिए जल के लगातार दोहन से हमें छुटकारा पाना होगा और जल संरक्षण की ओर कदम बढ़ाना होगा और जल्द बर्बाद होने से रोकना होगा| 

निबंध ( 1100 शब्दों में ) – 

प्रस्तावना –

जल पृथ्वी पर कई रूपों में पाया जाता है उदाहरण के तौर पर यह द्रव्य अवस्था , बर्फ अर्थ ठोस रूप तथा  जल वाष्प के रूप में पाया जाता है | जल ही जीवन है यह उदाहरण बिल्कुल ही सत्य है जल के बिना किसी भी जीव प्राणी का जीवन संभव नहीं है | शरीर का एक तिहाई हिस्सा जल से ही बना होता है|

jal hi jeevan hai par nibandh – जल ही जीवन है पर निबंध 

हमारे शरीर को जल की अत्यधिक मात्रा में आवश्यकता होती है | जल की कमी के कारण हमारे शरीर में डायरिया ,निर्जलीकरण आदि जैसी विकार  देखने को मिलती है जिससे हमारा शरीर अत्यधिक कमजोर पड़ जाता है | पानी की कमी के कारण हमारा शरीर बिल्कुल ही दुर्बल हो जाता है अर्थ जल हमारे शरीर को शक्ति प्रदान करता है | 

जल का महत्व – 

जल की हमें हर वक्त आवश्यकता होती है | जीवन के विभिन्न कार्यों एवं क्षेत्रों में जल की आवश्यकता होती है | जीवन के हर मोड़ पर हर जगह ,हर क्षेत्र में हमें जल की आवश्यकता होती है| हम किसी भी नए क्षेत्र का भ्रमण या यात्रा करते हैं तो उस वक्त भी हम जल की आवश्यकता होती है | 

घर में भोजन पकाने से लेकर किसान को उनकी  फसलो की पैदावार तक जल की आवश्यकता होती है|  हम प्रतिदिन अपने शरीर को स्वच्छ और साफ रखते हैं और ऐसा जल से ही संभव हो पाता है | हमारे पास जो वस्त्र है उनकी साफ सफाई करने के लिए जल की आवश्यकता होती है |

हमारे  पास जो भी संसाधन मौजूद है उन सबों की साफ सफाई के लिए जल की आवश्यकता होती है | दुनिया में जितने भी तरह के फसल है जिनका भोजन के रूप में हम प्रयोग करते हैं वह जल के प्रयोग के बिना संभव नहीं है जितने भी फसल पाए जाते हैं उन सबों की सिंचाई के लिए जल की आवश्यकता होती है | आज के आधुनिक युग में जितने भी बड़ी इमारत , उद्योग कृषि फार्म है सभी में जल की आवश्यकता होती है| 

विश्व – जल दिवस – 

प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस के रूप में मनाया जाता है|  जल दिवस की शुरुआत 1993 से की गई थी | विश्व में हो रहे जल के लगातार दोहन और भूमिगत जल को सुरक्षित रखने के मकसद से विश्व जल दिवस के रूप में मनाया जाने लगा | जल दिवस  लोगों को सुनिश्चित करता है कि वह लगातार पानी के हो रहे दोहन तथा दूषित करने सेपरहेज़  हो जाएं|  जल संसाधन हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है इस दिवस को मना कर हम इन विषयों को हम गौर भी करते हैं | इसी मकसद से ही विश्व जल दिवस मनाने की प्रथा की शुरुआत रखी गई थी|

जल हमारे जीवन में विभिन्न संसाधनों में एक महत्वपूर्ण संसाधन है जल से हम विभिन्न कार्यों का निष्पादन करते हैं जल की कमी से हम विभिन्न कार्यों का निष्पादन नहीं कर पाएंगे | भूमिगत जल की निरंतर ह्रास होने कारण हमारा जीवन समस्या ग्रस्त हो गया है | जल संकट की समस्याओं को देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक समय में भूमिगत जल पूर्णतया समाप्त हो जाने पर इस सृष्टि का विनाश संभव हो जाएगा पता जल को हमें बचाए रखने के लिए विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखना होगा पानी की खपत सीमित मात्रा में ही करनी होगी पानी के हो रहे बर्बाद ओं को रोकना होगा

जल – संरक्षण (बचाव ) के कुछ उपाय –

१. जल की अत्यधिक मात्रा में खपत करने से रोकथाम करना| 

२. वर्षा के जल का संचयन करना | 

३. जल के अत्यधिक मात्रा में दोहन होने से रोकना |

४. जल प्रयोग करने के माध्यमों को स्वतंत्र रूप से खुले  छोड़ देने पर प्रतिबंधित करन| 

५. नदियों ,तालाबों, झीलों ,गड्ढे आदि के पानी को दूषित करने से रोकथाम करना | 

६. कल कारखानों ,उद्योग ,कंपनियों आदि से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों को नदियों, झरनों, तालाबों में प्रवाहित होने से रोकना होगा| 

७. बारिश के पानी को गड्ढे खोदकर जमा करने से जल संकट से होने वाली समस्याओं से बचा जा सकता है| 

जल का कृषि कार्यो में उपयोग – 

कृषि कार्यों में जल का महत्वपूर्ण स्थान होता है | अच्छी फसल उत्पादन के लिए सुचारु  रूप से जल का प्रयोग करना आवश्यक  होता है|  जहां भारत एक कृषि प्रधान देश है यहाँ  की कुल आबादी का एक तिहाई से भी अधिक भाग कृषि पर आधारित है | यहां जल की अत्यधिक मात्रा में कृषि कार्यों के लिए आवश्यकता होती है |

jal hi jeevan hai par nibandh – जल ही जीवन है पर निबंध 

भारत में अधिक मात्रा में उपजाए जाने वाले फसलजैसे –  चावल ,गेहूं ,प्याज आदि है  जिसकी अच्छी फसल उत्पादन के लिए पानी की पर्याप्त मात्रा बहुत जरूरी होती है|  जल की सिंचाई के कारण फसलों को अत्यधिक मात्रा में ऑक्सीजन की प्राप्ति भी होती है अपना भोजन सुचारू रूप से बना पाते हैं जिससे हमें अत्यधिक मात्रा में फसल की प्राप्ति होती है|

  भारत में अत्यधिक मात्रा में धान की फसल उगाई जाती है धान की फसल के लिए पानी की अत्यधिक मात्रा में आवश्यकता होती है जिनसे अत्यधिक मात्रा में विकास एवं वृद्धि होती है | धान की फसल उपजाने के क्रम में जहां जुताई के प्रक्रिया से लेकर कटाई की प्रक्रिया तक पानी की अत्यधिक मात्रा में इन फसलों को आवश्यकता पड़ती है| 

पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी जीवो को जल की जरुरत – 

पृथ्वी पर जितने भी प्रकार के सजीव प्राणी मौजूद है उन सभी को जल की आवश्यकता होती है | जहां मनुष्य के शरीर में 70% से अधिक भाग जल से बना होता है वही जंगलों में निवास करने वाले विभिन्न जानवरों ,आकाश में उड़ान करने वाले विभिन्न पक्षियों तथा जंगलों में जन्म लेने वाले विभिन्न प्रकार के जीवो को जल की आवश्यकता पड़ती है |

जिस तरह से हमें भोजन पकाने के लिए जल की आवश्यकता होती है उसी तरह से अन्य जीवो को भी  भोजन लिए जल की आवश्यकता होती है | पृथ्वी पर पाए जाने वाले सजीव प्राणियों में शामिल पेड़ पौधों को भी जल की आपूर्ति होने पर ही भोजन तैयार कर पाना संभव होता है | जल के बिना यह पेड़ पौधे भी मृत हो जाएंगे| 

आसमान में विचरण करने वाले जितने भी पक्षी है उन सभी को पानी की आवश्यकता होती है पानी के बगैर हम प्रायः देखते हैं इन जीवो की हत्या हो जाती है | आज के इस आधुनिक युग में जल संकट की समस्या से जूझ रहे मनुष्यों के साथ-साथ जंगलों में निवास करने वाले जंगली  जानवर भी दो-चार हो रहे हैं | 

नदियों ,तालाबों ,झीलों का पानी अत्यधिक मात्रा में वाष्पित  होने के कारण इन जंगली जानवरों को पानी उचित मात्रा में नहीं माल मिल पाता है | इसे इन्हें जीवन यापन करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है कभी-कभी सूखाग्रस्त होने की स्थिति में इन जानवरों की बड़ी मात्रा में मृत्यु भी हो जाती है |  जल हमारे लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन की तरह है क्योंकि यह हमें जीवन प्रदान करता है जल की कमी के कारण जीवों के अस्तित्व पर खतरा बना रहता है | 

निष्कर्ष –

जल हमारे जीवन में विभिन्न संसाधनों में एक महत्वपूर्ण संसाधन है जल से हम विभिन्न कार्यों का निष्पादन करते हैं जल की कमी से हम विभिन्न कार्यों को प्रसाद से नहीं कर पाएंगे भूमिगत जल की निरंतर खराश होने कारण हमारा जीवन समस्या ग्रस्त हो गया है में जल संकट की समस्याओं को देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक समय में भूमिगत जल पूर्णतया समाप्त हो जाने पर इस सृष्टि का विनाश संभव हो जाएगा पता जल को हमें बचाए रखने के लिए विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखना होगा पानी की खपत सीमित मात्रा में ही करनी होगी पानी के हो रहे बर्बाद ओं को रोकना होगा| 

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