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swachh bharat abhiyan essay in hindi – स्वच्छ भारत अभियान पर हिंदी निबंध

आइये आज के इस लेख के माध्यम से सीखते है स्वच्छ भारत मिशन पर हिंदी निबंध 2021 | यह निबंध कक्षा 6 , 7 ,8 ,9 ,10 …… सभी के लिए परिक्षा की दृष्टिकोण से उपयोगी साबित होगी — स्वच्छ भारत मिशन पर हिंदी निबंध 2021

swachh bharat abhiyan essay in hindi – स्वच्छ भारत अभियान पर हिंदी निबंध

भूमिका –

स्वच्छता का आशय सिर्फ शारीरिक रूप से स्वच्छ रहना नहीं बल्कि हमारे मन , आत्मा , शरीर तथा घर , आस – परोस के स्वच्छ रहने से है | भारतीय सभ्यता में ऐसा माना जाता है की स्वच्छ मन , स्वच्छ शरीर तथा स्वच्छ स्थान पर भगवान् का वास होता है | आस – परोस तथा स्वंय को स्वच्छ रखने से हमारे भीतर सकारात्मक गतिविधियों का संचार होता है |

अपनी आत्मा तथा शरीर के साथ आस – पास के वातावरण को स्वच्छ रखने से मन को शांति प्रदान होती है तथा हमारा स्वास्थय भी रोगमुक्त रहता है | हम अत्यधिक दिनों तक जिन्दा भी रह पाते है , तब जब हमारा पर्यावरण स्वच्छ रहता है |  स्वंय को स्वच्छ रहने के साथ – साथ हम अपने आस – पास के वातावरण को स्वच्छ रखते है तो हमारा  वातावरण समृद्ध , शशक्त तथा सकारात्मक उर्जाओ से भर जाता है| 

 

देश की सफाई एकमात्र सफाईकर्मियों की जिम्मेदारी नहीं है
क्या इस में नागरिकों की कोई भूमिका नहीं है हमें इस मानसिकता को बदलना होगा |

…. श्री नरेंद्र मोदी , भारतीय प्रधानमंत्री

 

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swachh bharat abhiyan essay in hindi – स्वच्छ भारत अभियान पर हिंदी निबंध

और इसका लाभ हमे हमारे बच्चो के साथ – साथ मवेशियों में भी एक सकारात्मक व् संतोषजनक परिणाम देखने को मिलते है | स्वच्छता का पर्यावरण बनाने से हम कई तरह की समस्याओ से भी स्वंय को मुक्त देख पाते है | वैसे लोग जो डिप्रेशन तथा इनसे जुडी किसी समस्या या बीमारी से जूझ रहे होते है तो उनमे  काफी बड़ी मात्रा में सुधार  देखने को मिलता है और ऐसा  हमारे आस – पास के वातावरण को स्वच्छ रखने से भी संभव हो पाता हैं |

स्वच्छ भारत अभियान का आरम्भ , कैसे ?

स्वच्छ भारत अभियान का आरम्भ राष्ट्रीय स्तर पर भारत सरकार के द्वारा 02 अक्टूबर 2014 को महात्मा गाँधी के जन्म दिवस पर किया गया | इस अभियान का उद्देश्य देश के सभी गली – कूची , गॉव , कस्बो , सडको  इत्यादि  को साफ़ – सुथरा तथा स्वच्छ रखना है | हमारे पूजनीय बापू महात्मा गाँधी  ने अपनी साहस तथा अहिंसा के रास्ते चलकर देश को आज़ाद तो कर दिया लेकिन उनका सपना अपने देश को स्वच्छ रखने का पूर्ण न हो सका था |

उनका सपना अपने देश को पूर्णरूप से स्वच्छ रखने का था और इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उनकी जयंती पर ही इस अभियान को आरम्भ किया था | इस अभियान के साथ देश के बड़े – बड़े विचारक , कलाकार तथा शिक्षविदो ने भी अपना सहयोग अर्पित किया जिससे की देश में स्वछता आम हो जाए | भारत का प्रतियेक नागरिक स्वछता को लेकर संवेदनशील हो जाए |

स्वच्छ भारत अभियान में विद्यार्थियों की भूमिका – 

कहा जाता है की क्षात्र देश के भविष्य होते है इस कथन में पूरी तरह सच्चाई है | विद्यार्थी स्वच्छता के प्रति सजग हो जाये तो हमारा देश भी स्वच्छ हो जायेगा | विद्यार्थीगण अपने स्कूलों में स्वच्छता अभियान पर एक नाट्य – कला का आयोजन कर आस – परोस के लोगो का ध्यान आकृष्ट कर सकेंगे जिससे आस – परोस के लोगो में स्वच्छता के प्रति अपने विचारो का आदान – प्रदान करने में सहायता होगी तथा इस मुहीम से जागरूक हो सकेंगे |

देश के विद्यार्थीगण अपने खाली समय या स्कूल के प्रोजेक्ट के दौरान स्वच्छ भारत अभियान के इस मुहीम का हिस्सा बनकर उस पर सामजिक कार्य कर सकते है | जैसे किसी प्रोजेक्ट के दौरान गाओ का भ्रमण कर वहाँ के लोगो में स्वछता से होने वाले लाभ को बताकर उन्हें स्वछता के प्रति जागरूक कर सकते है | प्रतियेक गाओ के विद्यार्थी अपने – अपने गाओं में कूड़े को जमा करने के लिए एक कूड्रेदान का प्रयोग कर ग्रामीणवासियों को इनके लाभ के बारे में बता सकते है | जिससे विद्यार्थियों को भी समाज से जुड़ने का एक अवसर प्राप्त होगा तथा गाओ में कूड़े फेंकने के लिए लोग कूड़ेदान का प्रयोग कर सकेंगे जिससे कुछ दिनों में ही सकारात्मक परिणाम देखने को मिल पायेगा |

स्वच्छ  भारत अभियान के लाभ –

 हमारे देश में स्वच्छता के प्रति लोगो में ज़यादह उत्सुकता नहीं रहती थी या ये कहे लोग स्वछता के बारे में खासा चिंतन नहीं किया करते थे | परन्तु जब देश के प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने इस अभियान का 02 अक्टूबर सन 2014 में सूत्रपात किया तब से लोग इस विषय चिंतन करना प्रारम्भ कर दिए |

इस बात से लोग और भी ज़यादह उत्साहित हो उठे | उनके फिल्म स्टार , अभिनेता , अभिनेत्री तथा महान लोगो ने जब इस अभियान का हिस्सा बने तब लोगो पर इसका प्रभाव और भी ज़यादह देखने को मिलने लगा और ये विषय लोगो के लिए एक संवेदनशील विषय बनकर सामने आ गया और तब से काफी हद तक इस अभियान को सफलता मिली है |

भारत का एक खूबसूरत शहर ‘ इंदौर ‘ ने तो स्वच्छ भारत अभियान मिशन को तो अपना ही मिशन बना लिया और लगातार 4 वर्षो से  देश का सबसे स्वच्छ शहर का खिताब अपने नाम किया | और दूसरी और कलकत्ता जैसे अस्वच्छ शहरों ने भी इस मिशन को  बड़ी मात्रा में सफल बनाने में लगे है | इस मिशन के बाद देश में लोगो की स्वस्थ्य हालत में भी काफी सुधार देखने को मिला है

भारत के 10 सर्वाधिक स्वच्छ शहर – 

भारत सरकार ने 15 फरबरी 2016 को एक सूचि जारी की थी जिस सूचि में 73 सबसे स्वच्छ शहरो के बारे में बताया गया था | जिस शहर की आबादी 10 लाख से अधिक थी उन शहरो को इस सूचि में शामिल किया गया था |

स्वच्छ भारत मिशन को किस हद तक सफलता प्राप्त हुयी तथा किस शहर के लोग सबसे ज़यादह योगदान दे सके थे की हमारा देश एक सम्पूर्ण स्वच्छ देश बन पाए इन तमाम तथ्यों को समझने के लिए इस लिस्ट को देश की जनता के साथ साझा किया गया था | इस तथ्य को समझने के लिए निम्नलिखित 10 शहरों के नाम इस प्रकार दिए गए है –

 

  1. इंदौर
  2. भोपाल
  3. चंडीगढ़
  4. नई दिल्ली
  5. विशाखापत्तनम ( आंध्र प्रदेश )
  6. सूरत ( गुजरात )
  7. राजकोट ( गुजरात )
  8. गंगटोक ( सिक्किम )
  9. पिंपरी चिंचवड ( महाराष्ट्र )
  10. ग्रेटर मुंबई ( महाराष्ट्र )

swachh bharat abhiyan essay in hindi – स्वच्छ भारत अभियान पर हिंदी निबंध

निष्कर्ष –

 स्वच्छ भारत अभियान को देश में काफी लोकप्रियता मिली | इन्हे काफी सफलता भी मिली है लेकिन कुछ स्थानों में प्रस्थिति कुछ हद तक ही सुधार में लाये गए है | देश की गरीबी के कारण भी इस अभियान को सफलता मिलने में बढ़ाओ का सामन करना पड़ा है | लोग स्वछता को तभी जयदाह संवेदन शील ढंग से लेते है जब वे  समृद्ध और किसी रोजगार से जुड़े हुए है |

गरीबी और रोजगार न मिलने के कारण लोग काफी ज़यादह हतोत्शहित हो जाते है तथा उनमे नकारात्मकता का प्रवेश हो जाता  है | लोग में गरीबी के कारण खिन्नता तथा अत्यधिक क्रोध की भावना भी विकसित हो जाती है और ये कही न कही स्वछता को भी नुकसना पंहुचा रहे है | क्योंकि स्वच्छता मन का एक भाव होता है और इसे निरन्तर बनाये रखने के लिए लोगो की दिनचर्या समृद्ध होनी चाहिए |

परन्तु लोग अपने दैनिक जीवन से परेशान होकर इस गतिविधि  महत्व प्रदान नहीं कर पाते है | इस भाव को निरंतर बनाये रखने के लिए हमे अपने देश से गरीबी तथा बेरोज़गारी को दूर कारण ही होगा जिससे इस भाव को सभी के मन में जागृत किया जा सके क्योंकि एक सबल व सक्षम समाज ही देश की दिशा को बदल सकता है न की लाचार , गरीब तथा पढ़ा लिखा शिक्षित बेरोजगगार | धन्यवाद !

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इस लेख को पढ़ने के लिए आपका दिल से आभार !

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